
आज के डिजिटल दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर हमारी निर्भरता लगातार बढ़ रही है। चैटबॉट्स के ज़रिए काम करना आसान हो गया है, लेकिन इसके साथ ही डेटा लीक और प्राइवेसी को लेकर खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं।
हाल ही में Meta AI पर एक गंभीर आरोप लगा है — वह उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत फोन नंबर लीक कर रहा है!
क्या है मामला?
इंग्लैंड के एक व्यक्ति ने ट्रेन की देरी जानने के लिए Saddleworth स्टेशन पर खड़े होकर Meta AI से TransPennine Express का कस्टमर केयर नंबर मांगा।
चैटबॉट ने जो नंबर दिया, वो असल में Oxfordshire के एक व्यक्ति का निजी मोबाइल नंबर निकला — जिसकी WhatsApp से कोई कनेक्शन नहीं था!
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है। लोग सवाल उठा रहे हैं — जब फोन नंबर लीक हो सकता है, तो क्या नाम, पता, बैंक जानकारी और पासवर्ड भी खतरे में है?
Meta AI को अब Facebook, Instagram, Messenger और अलग App में इस्तेमाल किया जा सकता है। CEO मार्क ज़ुकरबर्ग इसे “दुनिया का सबसे स्मार्ट फ्री AI असिस्टेंट” बता चुके हैं, लेकिन ज़रा सी लापरवाही बड़ी परेशानी बन सकती है।
सुरक्षित रहने के लिए क्या करें? अपनाएं ये 6 सावधानियां:
- कभी भी चैटबॉट को अपना पर्सनल डेटा न दें
जैसे कि: मोबाइल नंबर, घर का पता, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड। - Meta AI की पहुंच को सीमित करें
Facebook/Instagram/Messenger में जाएं:
Settings > Privacy > Interactions with AI — यहाँ Access कंट्रोल करें। - अगर आपका डेटा लीक हो जाए तो तुरंत शिकायत करें
संबंधित ऐप में जाकर Meta को रिपोर्ट करें। - Privacy सेटिंग्स अपडेट करें
प्रोफ़ाइल, फ़ोन नंबर और कॉन्टैक्ट्स को “Only Me” या “Friends Only” रखें। - Meta AI ऐप में ‘For You’ मोड चालू करें
जिससे आपके प्रॉम्प्ट्स सार्वजनिक न रहें। - अनजान नंबर से कॉल आना बढ़े, तो सतर्क हो जाएं
संभव है आपका नंबर लीक हो चुका है। एक अच्छा Spam Call Blocker ऐप ज़रूर इंस्टॉल करें।